Patna administration in action after Delhi coaching accident investigation team reached Khan sir coaching center know what happened next

Patna administration in action after Delhi coaching accident investigation team reached Khan sir coaching center know what happened next


ऐप पर पढ़ें

दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद पटना में भी प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। राजधानी में चल रहे सभी बड़े-छोटे लगभग 20 हजार कोचिंग संस्थानों की जांच के आदेश दिए गए हैं।  जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारियों के नेतृत्व में छह टीमें गठित की। इसी कड़ी में आज पटना स्थित खान सर कोचिंग सेंटर जांच पहुंची। और खान सर से कोचिंग के बारे में डिटेल ली। इसके अलावा  ज्ञान बिंदु कोचिंग सेंटर भी जांच टीम पहुंची। 

इस दौरान एसडीएम पटना श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर ने बताया कि मंचवाटोली से भिकना पहाड़ी इलाके में जांच की। इस दौरान खान सर और ज्ञान बिंदु कोंचिग सेंटर भी पहुंचे। दोनों ही कोचिंग सेंटर ने संबंधित सर्टिफिकेट देने के लिए कुछ वक्त मांगा है। एसडीएम ने बताया कि कम जगह में ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं। कई संस्थानों के पास फायर सेफ्टी के इंतजाम सही नहीं है, फायर एनओसी भी नहीं है। उन्होने बताया कि इस दौरान बिल्डिंग बायलॉज, फायर सेफ्टी नॉर्म एनओसी, कोचिंग के रजिस्ट्रेशन जैसे तमाम बिंदुओं की जांच कर रहे हैं। 

पटना के जिलाधिकारी ने बताया कि दिल्ली के कोचिंग संस्थान में हुई घटना को देखते हुए यहां भी सतर्कता जरूरी है, इसीलिए अनुमंडल पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में कोचिंग संस्थानों की जांच करने का आदेश दिया गया है। छह टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों का नेतृत्व संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी करेंगे। टीम में संबंधित नगर परिषद या नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी, प्रखंड या अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी, थाना प्रभारी, अग्निशमन पदाधिकारी, अंचलाधिकारी को शामिल किया गया है। 

यह भी पढ़िए- दिल्ली कोचिंग हादसा: जान गंवाने वाली औरंगाबाद की तान्या के परिजनों ने की CBI जांच की मांग

प्रत्येक टीम अपने-अपने क्षेत्र में मंगलवार से जांच कार्य शुरू करेगी। दो सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। रिपोर्ट में यदि कोचिंग संस्थान मानक के अनुरूप नहीं मिले तो उन्हें बंद किया जाएगा। डीएम ने बताया कि समय-समय पर कोचिंग संस्थानों के संचालन के लिए गाइडलाइन जारी की जाती है। एक बार सभी की नए सिरे से जांच करना जरूरी है।

इन बिंदुओं पर होगी जांच

कोचिंग संस्थान का रजिस्ट्रेशन है या नहीं, संस्थान में आग से बचाव के लिए क्या उपाय हैं

बिल्डिंग में जाने और आने के लिए किस प्रकार के रास्ते हैं, आपदा की स्थिति में भवन से निकलने के लिए क्या व्यवस्था है

कोचिंग संस्थान में कितने छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं, यदि भवन में बेसमेंट है तो उसकी क्या स्थिति है

बिल्डिंग बायलॉज के अनुसार भवन का निर्माण हुआ है या नहीं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *