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साल 2024 सियासी हलचल, नरेंद्र मोदी की तीसरी बार सरकार के साथ बिहार में पुलों के ध्वस्त होने के लेकर याद किया जाएगा। मॉनसून की बारिश शुरू होने के साथ ही धड़ाधड़ एक के बाद एक पुल गिरते जा रहे हैं। 17 दिनों में 12 पुल गिरने का दावा किया जा रहा है। इस पर सियासत अनलिमिटेड भी जारी है। एनडीए और महागठबंधन के दल अपने राजनैतिक विरोधियों को पुल गिरने के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर डबल इंजन सरकार पर पुल गिरने को लेकर बड़ा हमला किया है। लालू यादव के लाल तेजस्वी ने केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के आरोप का भी जवाब दिया है। उन्होंने कहा था कि तेजस्वी यादव के मंत्री रहते बने हुए पुल ध्वस्त हो रहे हैं।
सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर तेजस्वी यादव ने लिखा है कि बिहार में डबल इंजन का अद्भुत खेल है। एक इंजन भ्रष्टाचार में लगा हुआ है और एक इंजन अपराध में लगा हुआ है। 𝟏𝟓 दिन में 𝟏𝟐 पुलों का गिरना कोई सामान्य घटना नहीं है। यह भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है। जिस दिन से नीतीश कुमार सीएम बने हैं, सिर्फ 18 महीने को छोड़ दें तो पूरे समय ग्रामीण कार्य विभाग जेडीयू के पास ही रहा है। बिहार में लगातार भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है, बिहार में लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं। जिन लोगों ने बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई बढ़ाई, जिन लोगों के कार्यकाल में पुल टूटा, उन्हें हम सत्ता में वापस नहीं आने देंगे।

शुक्रवार को मीडिया कर्मियों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जब से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं उसमें केवल 18 महीना के लिए ग्रामीण कार्य विभाग राजद के पास आया। बाकी समय में जेडीयू के नेता ही इस विभाग के मंत्री रहे। 18 महीना के मेरे कार्यकाल में 6-8 महीने फंड ही नहीं थे। मेरे कार्यकाल में जो पुल सैंक्शन हुए उनके टेंडर की प्रक्रिया हुई होगी या बनना शुरू हुआ होगा। जो पुल अभी गिर रहे हैं उनका निर्माण तब हुआ जब जेडीयू के मंत्री थे।

तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में सिर्फ पुल ही नहीं गिर रहे बल्कि बहाली के पेपर लीक हो रहे हैं, अपराध की घटनाओं में वृद्धि हो रही है, भ्रष्टाचार जमकर हो रहा है। ऐसी डबल इंजन की सरकार बिहार का भला नहीं कर सकती। अगली बार ये सत्ता में नहीं आने वाले हैं।
