ऐप पर पढ़ें
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि सभी 40 सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। सहनी ने कहा कि इस बार न तो वह खुद लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरेंगे और न ही उनके परिवार का कोई सदस्य इलेक्शन लड़ेगा। महागठबंधन में उन्हें बिहार में जो तीन सीटें मिली हैं, वहां से वीआईपी के कार्यकर्ताओं को ही कैंडिडेट बनाया जाएगा। बता दें कि आरजेडी ने वीआईपी को अपने कोटे से झंझारपुर, मोतिहारी और गोपालगंज सीट दी है। इन तीनों लोकसभा से सहनी ने अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं।
मुकेश सहनी ने सोमवार को पटना में मीडिया से बातचीत में कहा कि वे सभी सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार करना चाहते हैं, अगर खुद चुनाव लड़ेंगे तो व्यस्त हो जाएंगे। ऐसे में कार्यकर्ता और महागठबंधन के लिए चुनाव प्रचार की रणनीति बनाई है। सहनी ने कहा कि आरजेडी से उनका गठबंधन 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी रहेगा और मिलकर राज्य में सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि वह एक विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे।
देव ज्योति ने दीपंकर भट्टाचार्य से मुलाकात की
सोमवार को वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य से मुलाकात की। मुलाकात माले कार्यालय में हुई। इस मौके पर वीआईपी के प्रदेश उपाध्यक्ष रितु राज पांडेय भी मौजूद रहे। देव ज्योति ने बताया कि मुलाकात उत्साहवर्धक रही। महागठबंधन के सभी घटक दल मिलकर सभी सीटों पर एनडीए को हराएंगे।

बता दें कि महागठबंधन में सीट बंटवारा फाइनल होने के बाद मुकेश सहनी की वीआईपी अलायंस में शामिल हुई। पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सहनी ने यह जानकारी दी थी। आरजेडी ने सहनी को अपने कोटे से तीन सीटें देकर भरोसा जताया है। इससे पहले सहनी के एनडीए में जाने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन बीजेपी से बात नहीं बन पाई।
