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बिहार से मोदी 3.0 कैबिनेट में आठ मंत्री शामिल हुए। जिसमें 4 कैबिनेट मंत्री और 4 राज्यमंत्री शामिल हैं। रविवार को हुए राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में सभी आठ मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली। जिसमें सबसे ज्यादा उम्र के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के नेता जीतनराम मांझी हैं। मांझी की जन्मतिथि 6 अक्टूबर, 1944 है। वहीं सबसे कम उम्र के मंत्री लोजपा-रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान हैं। चिराग का जन्म 31 अक्टूबर 1982 को हुआ है।
बिहार से केंद्रीय मंत्रिपरिषद में कुल आठ सदस्य शामिल हुए। इन मंत्रियों की औसत आयु 61 साल है। इनमें जीतनराम मांझी 80 साल के हैं, तो वहीं जेडीयू के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर 74 साल के हैं। बीजेपी के बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह 72 साल, राजीव रंजन सिंह 69 साल, नित्यानंद राय 58 साल, सतीश चंद्र दूबे 49 साल, डॉ. राजभूषण चौधरी 47 साल और सबसे कम 42 साल के चिराग पासवान हैं।
मोदी सरकार के नए मंत्रिमंडल में बिहार से राजपूत, वैश्य और लव-कुश समुदाय से एक भी मंत्री नहीं बनाए गए। पिछली बार राजपूत कोटे से आरके सिंह मंत्री बने थे। लेकिन इस बार वे आरा से चुनाव हार गए। इस बार भाजपा के टिकट पर तीन राजपूत नेताओं को जीत मिली थी। इनमें राधामोहन सिंह, राजीव प्रताप रूडी और जनार्दन सिंह सिग्रीवाल शामिल हैं। राजपूत समाज से मंत्री के तौर पर राजीव प्रताप रूडी और जनार्दन सिंह सिग्रीवाल का नाम चर्चा में था पर ये दोनों ही मंत्री बनने से चूक गए।
वैश्य कोटे से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल को मंत्री बनाए जाने की पुरजोर चर्चा थी। वे सहयोगी दलों से सम्वाद को लेकर भी पिछले दो-तीन दिनों से काफी सक्रिय देखे जा रहे थे, लेकिन उनका नाम भी मंत्री बनने वालों की सूची में शामिल नहीं हुआ। इसी तरह लव-कुश समाज से भी बिहार कोटे से कोई मंत्री नहीं बनाए गए। संभावना जताई जा रही है कि भविष्य में जब मोदी कैबिनेट का विस्तार होगा तो इन समुदायों से मंत्री बनाए जाएंगे।
