ऐप पर पढ़ें
लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बिहार में 12 सीटों पर जीत हासिल हुई। पार्टी 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। पिछले चुनाव में भी बीजेपी 17 सीटों पर ही चुनाव लड़ी, लेकिन सभी सीटों पर उसे जीत मिली थी। इस बार के चुनाव परिणाम को देखें तो बिहार में बीजेपी के प्रदर्शन में गिरावट आई है। पार्टी अपने 15 साल वाले प्रदर्शन पर लौट गई है। 2009 के चुनाव में बीजेपी ने 12 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि उस समय पार्टी 15 सीटों पर ही चुनाव लड़ी थी। 2019 के मुकाबले 2024 में बीजेपी के वोट शेयर में भी लगभग तीन फीसदी की गिरावट आई है।
बीजेपी के गठन के पार्टी ने पहला लोकसभा चुनाव 1984 में लड़ा। अविभाजित बिहार में उस समय पार्टी 32 सीटों पर चुनाव लड़ी। हालांकि वह एक भी सीट पर चुनाव नहीं जीत सकी लेकिन 6.92 फीसदी वोट मिले। अगले चुनाव 1989 में बीजेपी बिहार की 24 सीटों पर चुनाव लड़ी। पार्टी को आठ सीटों पर जीत हासिल हुई और मत प्रतिशत भी दहाई अंकों में बढ़कर 11.72 फीसदी हो गया। 1991 में हुए चुनाव में पार्टी 51 सीटों पर चुनाव लड़ी। पार्टी को पांच सीटों पर जीत हासिल हुई और मत प्रतिशत बढ़कर 15.95 फीसदी पहुंच गया।
1996 के लोकसभा चुनाव में पहली बार समता पार्टी के साथ चुनावी मैदान में उतरने वाली बीजेपी 32 सीटों पर चुनाव लड़ी और 18 सीटों पर जीत हासिल हुई। उस चुनाव में बीजेपी को 20.54 फीसदी वोट मिले थे। इसके बाद 1998 में 32 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली बीजेपी को 20 सीटों पर जीत हासिल हुई। मत प्रतिशत बढकर 24.03 फीसदी हो गया। साल 1999 में हुए चुनाव में पार्टी 29 सीटों पर चुनाव लड़ी और उसे 23 सीटों पर जीत हासिल हुई। दल को 23.01 फीसदी मत मिले। इस तरह पार्टी को अधिक सीटें मिली पर मत प्रतिशत कम हो गए।

बीजेपी के लिए बिहार में 2014 का लोकसभा चुनाव स्वर्णिम काल रहा। नीतीश कुमार से लगभग 18 सालों की दोस्ती टूटने के बाद बीजेपी का यह पहला चुनाव था जब वह जेडीयू के बगैर ही चुनावी मैदान में उतरी। गठबंधन टूटने पर तरह-तरह के कयास लगाए गए। पर परिणाम चौंकाने वाला रहा। मोदी लहर पर सवार बीजेपी 2014 के चुनाव में 30 सीटों पर चुनाव लड़ी और 22 सीटों पर जीत हासिल की। बिहार में बीजेपी ने सबसे ज्यादा सीटें इसी चुनाव में जीती। यही नहीं, पार्टी को रिकॉर्ड 29.86मत भी मिले।
