Fraud 345 teachers are employed on the same roll number with the same name – फर्जीवाड़ा! एक ही नाम के एक ही रॉल नंबर पर नौकरी रहे 345 शिक्षक, Education News

Fraud 345 teachers are employed on the same roll number with the same name – फर्जीवाड़ा! एक ही नाम के एक ही रॉल नंबर पर नौकरी रहे 345 शिक्षक, Education News

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एक ही स्कूल में, एक ही नाम के, एक ही रॉल नंबर पर दो लोग नौकरी रहे हैं। ऐसी नौकरी करने वाले सूबे में 345 शिक्षक हैं। सक्षमता परीक्षा में शामिल होने वाले नियोजित शिक्षकों के टीईटी रॉल नंबर से तीन अलग-अलग तरह का फर्जीवाड़ा सामने आया है। एक ही स्कूल में एक ही नाम और एक रॉल नंबर वाले शिक्षकों में सबसे अधिक दरभंगा और मुजफ्फरपुर में नियुक्त हैं। जिले में 32 शिक्षक ऐसे हैं, जिनमें दो-दो लोग एक ही नाम के हैं और ये एक ही स्कूल में कार्यरत हैं। कमाल यह कि इन सभी का रॉल नंबर भी एक है।

तीन अलग-अलग फर्जीवाड़े में पहले फर्जीवाड़े की सूची में एक नाम-एक स्कूल और एक रॉल नंबर वाले शिक्षक हैं। दूसरी सूची ऐसे शिक्षकों की बनी है जिनका नाम एक, रॉल नंबर एक है, लेकिन स्कूल अलग-अलग है। तीसरी सूची ऐसे शिक्षकों की बनाई गई है, जिनमें रॉल नंबर तो एक है, लेकिन नाम और स्कूल अलग-अलग है। एक नाम, एक रॉल नंबर मगर अलग अलग स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की संख्या जिले में 14 है। एक रॉल नंबर मगर नाम अलग और अलग स्कूल में बहाल वाले शिक्षक 12 हैं। जिले में कुल 58 शिक्षक संदेह के घेरे में हैं। तीनों तरह के फर्जीवाड़े को मिलाकर नवादा और मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक संख्या है। नवादा में 79 तो मुजफ्फरपुर में 58 है।

जांच के घेरे में 1200 शिक्षक:

आपको बता दें कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा ली जा रही सक्षमता परीक्षा आवेदन देने वाले 1205 नियोजित शिक्षक जांच के घेरे में आ गये हैं। इन सभी शिक्षकों के शिक्षक पात्रता परीक्षाओं के रौल नंबर एक से अधिक अभ्यर्थियों के हैं। ऐसे में इन्हें संदेह के घेरे में मानते हुए शिक्षा विभाग ने सभी का भौतिक सत्यापन कराने का निर्णय लिया है। विभाग में गठित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में चरणबद्ध तरीके से शिक्षकों को बुलाकर भौतिक सत्यापन किया जाएगा। सक्षमता परीक्षा में शामिल होने के लिए दो लाख 21 हजार 255 ने आवेदन किया। मालूम हो कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिये जाने को लेकर सक्षमता परीक्षा ली जा रही है। इसका पहला चरण अभी चल रहा है। शिक्षकों को परीक्षा उत्तीर्ण होने के लिए कुल पांच मौके दिये जाएंगे। इनमें तीन ऑनलाइन तथा दो लिखित परीक्षा ली जाएगी।

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