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बिहार के सभी जिलों में चरस, गांजा आदि सूखा नशा के खिलाफ राज्य सरकार विशेष अभियान चलाकर इसमें संलिप्त लोगों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विधानसभा में प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने अमरेंद्र प्रताप सिंह के एक सवाल पर यह बात कही। इस विषय पर अन्य सदस्य भाई बीरेंद्र, अख्तरूल ईमान और ललित यादव ने भी अपनी बात रखी और कहा कि राज्यभर में सूखे नशे की आपूर्ति की जा रही है। मंत्री ने आगे बताया कि राज्य सरकार नशा का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई करती है। इसको लेकर प्रदेश में 84 चेकपोस्ट काम कर रहे हैं। मद्य निषेध नीति के सफल कार्यान्वयन के लिए 80 उत्पाद थाने कार्यरत हैं।
अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आरा समेत विभिन्न शहरों में ब्राउन सुगर, स्मैक, हिरोइन जैसे नशीले पदार्थों की आपूर्ति तस्करों द्वारा की जा रही है। जवाब में प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सूखा नशा की रोकथाम के लिए एक अप्रैल, 2016 से आठ फरवरी 2024 तक राज्य में कुल 397 छापेमारी की गयी है, जिसमें 440 लोगों की गिरफ्तारी की गयी है। इस दौरान 152 क्विंटल गांजा, साढ़े तीन किलो चरस, 57.2 किलो अफीम और 43 लीटर कोडीनयुक्त कफ सिरप और 19 हजार 490 लीटर फैंसाड्रिल जब्त की गयी है।
