मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार की ओर से उन्हें वर्ष 2000 में पद्म भूषण एवं 2008 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके निधन से औद्योगिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति की ईश्वर से प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रख्यात उद्योगपति एवं टाटा सन्स के पूर्व चेयरमैन पद्म विभूषण रतन टाटा के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने वैश्विक स्तर पर विस्तार किया। उन्होंने न केवल भारतीय उद्योग जगत में अहम योगदान दिया, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों की सेवा में भी अपना जीवन समर्पित किया। उनकी विरासत सदैव आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। रतन टाटा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उद्योगपति मुकेश अंबानी समेत सभी बड़ी बड़ी हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी। गृहमंत्री अमित शाह उनकी अंत्येष्टि में शामिल होने गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार की ओर से उन्हें वर्ष 2000 में पद्म भूषण एवं 2008 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके निधन से औद्योगिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
देश के जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार देर रात निधन हो गया। मंबई के एक निजी अस्पताल में रतन टाटा ने 86 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। रतन टाटा का देश के प्रति बहुत योगदान रहा है। उनकी कंपनी टाटा पर देश के साथ विदेशों में लोग भरोसा करते हैं। उनका सम्मान देश ही नहीं विदेशों में भी किया जाता रहा है। टाटा भारत के उद्योग जगत में अपनी अलग ही पहचान रखते थे। टाटा के निधन के बाद कई राज्यों में राजकीय शोक घोषित किया है। महाराष्ट्रा में उनके निधन पर राजकीय शोक के तहत सभी सरकारी कार्यालयों पर तिरंगा झंडा आधा झुका रहा। झारखंड में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रतन टाटा के निधन पर राजकीय शोक घोषित किया है। झारखंड के जमशेदपुर को टाटा नगर के रूप में जाना जाता है।
