मनीष वर्मा ने कहा का हमारे नेता नीतीश कुमार अपने लिए कुछ नहीं चाहते बल्कि बिहार के विकास के लिए काम करते रहते हैं। छोटू सिंह का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि एक खास व्यक्ति ने ऐसा पोस्टर लगाया है उनका अपना मत है। पार्टी की ऐसी कोई मांग नही है।
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड(जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को भारत रत्न दिए जाने की मांग हो रही है। पार्टी के बिहार प्रदेश महासचिव छोटू सिंह ने पटना की सड़कों पर पोस्टर लगाकर यह मांग की है। इस पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा ने जेडीयू का स्टैंड साफ कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यह पार्टी के एक खास नेता की भावना है। पार्टी का इसमें कोई समर्थन नहीं है। पार्टी का कोई ऐसा ऑफिसियल स्टैंड नही है।
मधेपुरा में पत्रकारों से बात करके हुए मनीष कुमार ने कहा का हमारे नेता नीतीश कुमार अपने लिए कुछ नहीं चाहते बल्कि बिहार के विकास के लिए काम करते रहते हैं। छोटू सिंह का नाम लिए बगैर मनीष वर्मा ने कहा कि एक खास व्यक्ति ने ऐसा पोस्टर लगाया है उनका अपना मत है। पार्टी की ओर से ऐसी कोई मांग नही है। पार्टी हमेशा राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे माननीय नेता पिछले 19 सालों से बिहार के विकास के लिए काम कर रहे हैं। और मजबूती से यहां गठबंधन की सरकार चला रहे हैं जिसका लाभ बिहार की जनता को मिल रहा है। यह कुछ लोगों की इच्छा हो सकती है पर लेकिन पार्टी का इसमें कोई समर्थन नहीं है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में हमारे नेता जो भी केंद्र सरकार से अनुरोध करते हैं, बिहार की बेहतरी और विकास के लिए करते हैं और उसे पूरा किया जाता है। पटना में जो पोस्टर लगाया गया है उसे तूल नहीं दिया जाए।
नीतीश कुमार को प्रधानंत्री बनाए जाने के मंत्री जमा खान की मांग पर भी मनीष वर्मा ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हर दल के कार्यकर्ताओं की इच्छा होती है कि उनके नेता ऊंचाई तक पहुंचें। इसमें उन्हें खुशी मिलती है। नीतीश कुमार एक सक्षम नेता भी हैं। लेकिन इस सच्चाई से इनकार नहीं किया जा सकता है कि 12 सांसदों के बल पर नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नहीं बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमलोग एनडीए गठबंधन में हैं और मजबूती के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं। इसका लाभ विशेष पैकेज के रूप में बिहार के लोगों को मिल रहा है। बिहार के लिए बहुत सारी योजनाएं स्वीकृत हुईं और आगे के वर्षों में भी कुछ न कुछ बिहार के लिए होता रहेगा।
इससे पहले नीतीश कुमार को भारत रत्न की मांग पर राजनीति भी हुई। राजद नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा था कि यह बीजेपी के साथ जेडीयू की डील है। सरकार बनने के समय ही छह माह बाद सत्ता के हस्तांतरण की बात हुई थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तो दबाव बनाया जा रहा है कि भारत रत्न लो और सत्ता दे दो।
