पटना के पालीगंज में एक मंदिर की ग्रिल में करंट दौड़ने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि 17 लोग झुलस गए। बताया जा रहा है कि मंदिर की ग्रिल से 11 हजार वोल्ट का तार टच हो गया था। जिसके चलते ये हादसा हुआ है।
पटना के पालीगंज के करकट बिगहा गांव स्थित देवी मंदिर में रविवार की शाम 11 हजार वोल्ट का करंट दौड़ गया। नवरात्र के मौके पर शिवचर्चा का आयोजन किया गया था। करंट की चपेट में आने से ग्रामीण शिवकुमार की पत्नी सुनिचा देवी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो बच्चे सहित 15 महिलाएं गंभीर रूप से झुलस गईं। इनमें सात की हालत गंभीर है। झुलसी महिलाओं और बच्चों को पीएमसीएच और स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
करकट बिगहा गांव स्थित दो मंजिला देवी मंदिर में रविवार को शिव चर्चा रखी गई थी। काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे भजन-कीर्तन में हिस्सा लेने पहुंचे। शिव चर्चा का आयोजन मंदिर की दूसरी मंजिल पर किया गया था। मंदिर से ठीक बगल से ही ट्रांसफार्मर में जाने वाला 11 हजार वोल्ट का बिजली का हाईटेंशन तार गुजर रहा है। तार का कुछ हिस्सा खुला है।
बताया जाता है कि किसी बच्चे ने खेलने के दौरान बिजली के तार को हिला दिया। इस कारण तार का खुला हिस्सा मंदिर की ग्रिल से सट गया और मंदिर में लगी लोहे की ग्रिल में करंट दौड़ गया तथा ग्रिल के बगल में बैठी महिलाएं और बच्चे करंट की चपेट में आ गए। ग्रामीण ने बताया कि उन्हें छुड़ाने के दौरान अन्य महिलाएं भी ग्रिल से चिपकती चली गईं। वहीं, इससे वहां अफरातफरी के माहौल उत्पन्न हो गया और चीख पुकार मच गई। करंट की चपेट में आने से सुनिचा देवी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
7 बच्चे और महिलाएं पीएमसीएच में भर्ती
परिजन और ग्रामीण जख्मी महिलाओं को स्थानीय पीएचसी और अनुमंडल अस्पताल पालीगंज ले गए। शांति देवी, मुन्ना देवी, मानती देवी, सुनैना देवी, गायत्री देवी, पुष्पा देवी, ग्यान्ति देवी, मनोरमा देवी और राजरानी देवी का फिलहाल स्थानीय अस्पताल में इलाज जारी है। वहीं, हालत गंभीर होने की वजह से जाह्नवी कुमारी (6), विष्णु कुमार (12), फूलकुमारी देवी (38), लीलावती देवी (50), प्रेमशिला देवी (55), अमरावती देवी (40) और प्रेमा देवी (45) को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर है।
महिला की मौत से ग्रामीण हुए उग्र
करंट से महिला सुनिचा देवी की मौत होने से ग्रामीण उग्र हो गए और शव को अपने कब्जे में ले लिया। उधर, घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम अमनप्रीत सिंह और थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजेश कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगे। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और शव पुलिस के सुपुर्द करने से मना कर दिया। बाद में एसडीओ ने लोगों को समझा बुझाकर पारिवारिक लाभ योजना के तहत परिजनों को बीस हजार रुपये दिये। तब जाकर ग्रामीणों ने महिला के शव पुलिस को सौंपा।
