भूमिहारों के खिलाफ बोलने वालों को गिफ्ट मिलता है, ये दुर्भाग्यपूर्ण; जेडीयू विधायक संजीव कुमार का इशारा किस तरफ?

भूमिहारों के खिलाफ बोलने वालों को गिफ्ट मिलता है, ये दुर्भाग्यपूर्ण; जेडीयू विधायक संजीव कुमार का इशारा किस तरफ?


भूमिहारों पर बयान देने के बाद विवादों में उलझे अशोक चौधरी को जेडीयू का राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने पर पार्टी विधायक डॉ. संजीव ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। और कहा कि ऐसे लोगों को पार्टी क्यों गिफ्ट देती है। ये बार मेरी समझ से परे है।

sandeep हिन्दुस्तान, पटनाSat, 5 Oct 2024 02:27 PM
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बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। इस कड़ी में जेडीयू की नई राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई। जिसमें पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार ने करीब 45 मिनट तक पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया। और 2025 के लिए 220 का टारगेट दिया है। साथ ही संगठन और सहयोगी दलों से मजबूत समन्वय बनाने पर जोर दिया। लेकिन बैठक में हाल ही में जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए अशोक चौधरी के भूमिहारों को लेकर दिए गए बयान पर पार्टी नेताओं में नाराजगी भी झलकी। जदयू विधायक डॉ. संजीव कुमार ने तीखा बयान दिया है। और इशारों-इशारों में अशोक चौधरी पर कटाक्ष किया है।

जेडीयू विधायक संजीव कुमार ने कहा कि पार्टी में सबकुछ ठीक है, बुलंदी पर है। लेकिन एक-एकाध लोग ऐसे होते हैं, जो जातिसूचक शब्द लेते हैं, भूमिहारों के खिलाफ बयान देते हैं। जिसका मैं पहले भी विरोध करता था, आज भी करता हूं। भूमिहार जाति के खिलाफ जो लोग गलतबयानी करते हैं, पार्टी में रहते हुए, जबकि भूमिहार जाति शुरू से एनडीए के समर्थन में रही है। बिहार में जब से नीतीश कुमार की सरकार बनी है। पूरे दमखम के साथ उनके साथ खड़ी है।

वहीं अशोक चौधरी को जेडीयू का राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। और कहा कि ये बात मेरी समझ से बाहर है। ऐसे लोगों को पार्टी क्यों गिफ्ट देती है। वहीं पूर्व जदयू अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के बैठक में शामिल नहीं होने के सवाल पर कहा कि किन्हीं कारणों से बिजी होंगे, इसलिए वो नहीं आ पाए। वहीं नीतीश कुमार को भारत रत्न की मांग पर कहा कि पार्टी के सारे कार्यकर्ता चाहते हैं कि नीतीश जी को भारत रत्न मिले। क्योंकि 20 साल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही बिहार को बदला है।

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जदयू प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2025 में फिर से सरकार बनाने का संकल्प लिया गया। यही नहीं पार्टी के पुराने पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करने के लिए सम्मान-संवाद कार्यक्रम चलाने का भी निर्णय लिया गया। साथ ही सहयोगी दलों के साथ बेहतर समन्वयन के लिए संगत-पंगत नाम से कार्यक्रम चलाने पर भी सहमति बनी। शनिवार को पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक व सांगठनिक प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव में कहा गया है कि बिहार ही पार्टी की आधार भूमि है। ऐसे में जब यहां पार्टी का संगठन मजबूत और धारदार होगा तो इसका सीधा लाभ दूसरे राज्यों में भी पार्टी को मिलेगा।

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