बिहार में टला रेल हादसा; चलती ट्रेन से निकलने लगीं आग की लपटें, यात्रियों में मची भगदड़

बिहार में टला रेल हादसा; चलती ट्रेन से निकलने लगीं आग की लपटें, यात्रियों में मची भगदड़


बिहार के छपरा में रेल हादसा टल गया। जब पाटलिपुत्र-गोरखपुर एक्सप्रेस की एक बोगी से अचानक आग की लपटें निकलने लगी। जिसके बाद यात्रियों में अफरातफरी मच गई। ड्राइवर और गार्ड को सूचना दी गई। जिसके बाद बैटरी बॉक्स में लगी आग पर काबू पाया गया।

sandeep हिन्दुस्तान, छपराTue, 17 Sep 2024 02:33 PM
share
Share

बिहार में एक ट्रेन हादसा टल गया। जब छपरा के सोनपुर डिवीजन के अंतर्गत आने वाले अवतार नगर और बड़ा गोपाल रेलवे स्टेशन के बीच चलती ट्रेन में अचानक आग लगने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। घटना उस समय हुई जब पाटलिपुत्र-गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन (ट्रेन नंबर 15079) की बोगी नंबर 113491 के नीचे से धुआं और आग की लपटें दिखाई देने लगीं। ट्रेन में सफर कर रहे यात्री घबरा गए और जोर-जोर से चिल्लाने लगे। जिसके बाद यात्रियों ने तत्काल ट्रेन के गार्ड और ड्राइवर को इसकी जानकारी दी गई, जिन्होंने बिना समय गंवाए तुरंत ट्रेन रोक दी।

ट्रेन को बड़ा गोपाल रेलवे स्टेशन पर रोका गया, जहां रेलवे कर्मियों ने बोगी का निरीक्षण किया। जांच के दौरान पाया गया कि बोगी के नीचे लगे बैटरी बॉक्स में आग लगी हुई थी, जिससे धुआं निकल रहा था। इस स्थिति को संभालने के लिए रेलवे कर्मियों ने तुरंत बैटरी बॉक्स का कनेक्शन काट दिया और आग बुझाने के प्रयास में जुट गए। गनीमत रही कि समय पर समस्या का समाधान कर लिया गया और किसी प्रकार की बड़ी दुर्घटना टल गई। हालांकि आग बुझा दी गई थी, फिर भी सुरक्षा और कानूनी प्रक्रियाओं को ध्यान में रखते हुए ट्रेन को बड़ा गोपाल स्टेशन पर एक घंटे 13 मिनट तक रोके रखा गया।

ये भी पढ़े:बिहार में टला ट्रेन हादसा,हटिया एक्सप्रेस का टूटा बफर

घटना की जानकारी मिलने पर उच्चाधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और ट्रेन को दोबारा चलाने की अनुमति दी गई। घटना के दौरान किसी भी यात्री को कोई शारीरिक नुकसान नहीं हुआ और न ही ट्रेन के अन्य डिब्बों में आग फैली। हालांकि, यात्रियों में इस घटना के बाद भय का माहौल बन गया और सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए। रेलवे प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस घटना ने यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे के प्रबंधन पर एक बार फिर से सवालिया निशान खड़ा किया है, लेकिन रेलवे कर्मियों की तत्परता और त्वरित निर्णय ने बड़ी दुर्घटना को टालने में मदद की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *