पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य की जमीनी हकीकत जानने के लिए कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम शुरू किया गया है। पहले चरण में समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में यह कार्यक्रम होगा। इस दौरान संगठन पर भी चर्चा की जाएगी। वे मंगलवार को समस्तीपुर सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में पत्रकारों से बात कर रहे थे। अपने को कर्पूरी ठाकुर का अनुयायी बताने के साथ उन्होंने कहा कि राज्य और लोगों के हालात की कार्यकर्ताओं से बेहतर जानकारी कोई नहीं दे सकता है। कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ होते हैं। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, गरीबी, पलायन, बेतहाशा अपराध और भ्रष्टाचार से लोग तबाह हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति लोगों का भरोसा खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा कि हर वर्ग के लोगों की वास्तविक आर्थिक, शैक्षणिक स्थिति के डाटा के आधार पर विकास की योजना बनायी जाएगी। बिहार की सरकार में नीतीश के साथ थे तो पांच लाख लोगों को नौकरी दिलवाया। आरक्षण की सीमा बढाकर 65 प्रतिशत कराया, लेकिन संविधान की नौवीं सूची में शामिल नहीं कराने के कारण यह आगे नहीं बढ़ पाया।
साजिश के तहत इसे कोर्ट से रद्द कराया गया। उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति आय के मामले बिहार सबसे नीचे है। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ गयी है। जिससे नयी सोच के साथ नया बिहार बनाने की राजद मुहिम शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी के लोग उन पर टिपण्णी करते हैं, लेकिन अपनी नाकामी पर चुप रहते हैं।
बिहार में तेजी से अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। पेपर लीक की घटना हो रही है। इस पर जदयू के नेता क्यों नहीं बोलते हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव का परिणाम बताता है कि इंडिया गठबंधन के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। भाजपा चार सौ पार का नारा लगा रही थी, लेकिन 240 पर ही सिमट गयी। प्रेस वार्ता के बाद प्रतिपक्ष के नेता ने कर्पूरी सभागार में उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से संवाद किया।
संवाद कार्यक्रम में सरायरंजन, मोरवा, मोहिउद्दीननगर और विभूतिपुर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यकर्ता संवाद में राजद की जिला अध्यक्ष रोमा भारती, उजियारपुर लोकसभा अध्य्क्ष राजेश्वर प्रसाद, पूर्व मंत्री आलोक मेहता, विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन, रणविजय साहू, ललन यादव आदि उपस्थित थे।
