बिहार में 3284 किलोमीटर नई ग्रामीण सड़कों का निर्माण होगा। मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत इनके निर्माण को मंजूरी मिली है। निर्माण अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा। ग्रामीण कार्य विभाग ने इसकी विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली है। निर्माण पर 2955.41 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वित्त विभाग ने भी योजना को हरी झंडी दे दी है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह राशि खर्च होगी।
दरअसल, राज्य में ग्रामीण यातायात को सुदृढ़ करने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। पिछले दिनों विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे करने के बाद इन सड़कों का चयन किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के उद्देश्य से इन योजनाओं को मंजूरी दी गयी है। इससे टोलों को बेहतर संपर्क मिलेगा।
योजना के तहत उन क्षेत्रों का चयन किया गया है, जहां लंबे समय से लोग कच्ची सड़कों से आ-जा रहे हैं। यही नहीं वाहनों को भी लाना-ले जाना संभव नहीं हो पा रहा है। बरसात के समय लोगों की जिंदगी नारकीय हो जाती है। जलजमाव होने से बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं भी हो रही
3154 किलोमीटर सड़कों का निर्माण पूरा
ग्रामीण कार्य विभाग ने 3154 किलोमीटर सड़कों का निर्माण पूरा कर लिया है। इसपर 3507 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इससे एक हजार से अधिक गांवों में यातायात व्यवस्था पहले से मजबूत हुई है। यही नहीं बड़ी संख्या में टोलों को बेहतर कनेक्टिविटी मिली है। इनके निर्माण से यही नहीं बड़ी संख्या में स्थानीय बाजारों को भी संपर्क पथ से जोड़ना संभव हुआ है। ये पहले बाजार से कटे हुए थे। ग्रामीण अपने उत्पाद को सहजता से शहरी बाजारों तक पहुंचा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष) के तहत सूबे के तीन हजार बसावटों को संपर्क पथों से जोड़ा जाएगा। राज्य सरकार ने इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। सेटेलाइट ने इन बसावटों की पहचान की थी। इसके लिए 3014 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाना है। इस योजना पर 3288 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
