Nitish government alert on collapsing bridges in Bihar Chief Minister gave task to Rural Works Department to take care of bridges

Nitish government alert on collapsing bridges in Bihar Chief Minister gave task to Rural Works Department to take care of bridges


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बिहार लगातार ढह रहे पुलों को लेकर अब नीतीश सरकार अलर्ट हो गई है। आज सीएम नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में पथों और पुलों के रखरखाव को लेकर समीक्षा बैठक की। जिसमें मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग को भी पथ निर्माण विभाग के मेंटेनेंस पॉलिसी के अनुरूप शीघ्र मेंटेनेंस पॉलिसी तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पथ निर्माण विभाग एवं ग्रामीण कार्य विभाग पुलों के रखरखाव के लिये एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर सभी पुलों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित कराये। 

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग को पुलों के रखरखाव को लेकर सतर्क रहने और लगातार निगरानी करते रहने का आदेश दिया। साथ ही कार्यों में किसी तरह की लापरवाही बरतने पर जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की भी चेतावनी दी।

इसके अलावा जल संसाधन विभाग  छाड़ी नदी पर बने पुलों के क्षतिग्रस्त होने के लिए दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करेगा। विभाग इसकी जांच उड़नदस्ता संगठन से कराएगा। यही नहीं इनके स्थान पर वहां नये पुलों का भी निर्माण होगा। बीते कुछ घंटो में सीवान जिलान्तर्गत महाराजगंज, दरौंदा और लहलादपुर और गोपालगंज जिलान्तर्गत बरौली प्रखंड में छाड़ी नदी पर स्थित कुछ दशकों पुराने पुल-पुलिया बुधवार को आंशिक या पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

।इससे पहले इसी महीने अररिया से पुल ढहने का जो सिलसिला शुरू हुआ वो अबतक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 11 दिनों में 10 पुल तबाह हो चुके हैं। पुलों के गिरने की जांच के लिए आरडब्ल्यूडी मंत्री अशोक चौधरी ने एक उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया गया है। जिसकी अध्यक्षता मुख्य अभियंता करेंगे। साथ ही 3 दिनों में रिपोर्ट भी सौंपेंगे। इस जांच समिति का काम पुल ढहने के कारणों का पता लगाना और आवश्यक कदम उठाने के उपाय भी सुझाना होगा। 

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आपको बता दें दरअसल दो हफ्तों में पुल ढहने की 10 घटनाएं हो चुकी हैं।  किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड के खौसी डांगी गांव की जहां वर्ष 2009-10 में बूंद नदी पर बनाया गया छोटा पुल ढह गया था। वहीं अररिया, पश्चिम चंपारण और सीवान जिले में भी पुल गिर चुके हैं। वहीं बीते 18 जुलाई को पड़ोसी जिले अररिया में एक पुल उद्घाटन से पहले ही ध्वस्त हो गया था। इससे उसके निर्माण कार्य पर जमकर सवाल उठे। 

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 23 जून को पश्चिम चंपारण जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाए जा रहे एक निर्माणधीन पुल का हिस्सा गिर गया था। 22 जून को सीवान के महाराजगंज में भी एक पुल गंडक नहर में समा गया। बिहार में मॉनसून के आते ही पुलों के गिरने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। जो अभी तक थमता नहीं दिख रहा।

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