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बिहार और देश की राजनीति में खास पहचान रखने वाले गिरिराज सिंह 17वीं लोकसभा में बिहार के बेगूसराय लोकसभा से जीतकर संसद पहुंचे थे। इस बार भी उन्होंने इसी सीट से चुनाव जीता है । वह इससे पहले भारत के 23 वें ग्रामीण विकास और पंचायती राज्य विभाग के मंत्री रहे हैं। बिहार सरकार में सहकारिता, पशुपालन और मत्स्य संसाधन विकास मंत्री भी रह चुके हैं। नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 में गिरिराज सिंह भी केंद्रीय मंत्री बनने जा रहे हैं। आइए इनके राजनीतिक सफर के बारे में जानते हैं।
गिरिराज सिंह का राजनीतिक करियर
गिरिराज सिंह का जन्म बिहार के लखीसराय जिले के बड़हिया शहर में ब्रांह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने मगध विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की थी। गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार में 2005-2010 तक सहकारिता मंत्री और 2010-2013 तक पशुपालन मंत्री के तौर पर काम किया है। साल 2021 में कैबिनेट में फेरबदल हुए और नरेंद्र सिंह तोमर की जगह ग्रामीण विकास मंत्री और पंचायती राज्य मंत्री बने।
बीजेपी के फायरब्रांड नेता माने जाते
बिहार की बेगुसराय सीट से सांसद गिरिगाज सिंह को बीजेपी का फायर ब्रांड नेता माना जाता है। उन्हे हिंदुत्व का झंडा बुलंद करने वाला माना जाता है। गिरिराज सिंह के बयानों और विचारों से साफ झलकता है कि वो मोदी के पक्के समर्थक हैं। यही कारण है कि पिछले लंबे समय से उन्हें केंद्र के मंत्रालयों को संभालने की जिम्मेदारी मिलती रही है।
तीसरी बार चुने गए सांसद
गिरिराज सिंह तीसरी बार सांसद चुने गए हैं। साल 2014 से वे लगातार जीत दर्ज कर संसद की दहलीज पर कदम रखते आए हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नवादा सीट से जीते। वहीं अगले दो लोकसभा चुनाव बेगूसराय से जीते हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में यह सीट कन्हैया कुमार के कारण भी सुर्खियों में रही थी। हालांकि कन्हैया ने जीत दर्ज नहीं कर पाई थी।
साल 2019 में कन्हैया कुमार को हराया
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सीपीआई उम्मीदवार कन्हैया कुमार को गिरिगाज सिंह ने बेगूसराय सीट से हराया था। इस बार भी इस सीट से गिरिराज कुमार जीते हैं। उन्होंने सीपीआई उम्मीदवार अवधेश कुमार को हराया है। साल 2019 में नवगठित पशुपालन, डेयरी और मतस्य पालन मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे।
