Siwan Results 2024 LIVE: बिहार की हॉट सीटों में शुमार सीवान में -जदयू की जीत हुई। पार्टी कैंडिडेट और पहली बार मैदान में उतरीं विजयलक्ष्मी देवी ने शहाबुद्दीन की पत्नी और कई बार चुनाव लड़ चुकी हेना शहाब को परास्त कर दिया। इस सीट पर आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी तीसरे स्थान पर रहे। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार विजयलक्ष्मी देवी को 3,86,508 वोट प्राप्त हुए। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी हेना शहाब को भी अच्छा वोट पड़ा। उन्होंने 2,93,651 मत हासिल किया। जबकि 92, 857 वोटों के अंतर से हार गईं। आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी को 1,98,823 वोट मिले।
18.36 PM- सीवान में जदू की विजयलक्ष्मी देवी निर्णायक बढ़त की ओर अग्रसर हैं। उन्होंने हेना शहाब को 77438 मतों से पीछे छोड़ दिया है। राजद के अवध बिहारी चौधरी को 165537 मत मिले हैं।
16.12 PM- सीवान में जेडीयू की विजयलक्ष्मी देवी को 1, 54, 257 वोट, हेना शहाब को 1,24,554 वोट और राजद के अवध बिहारी चौधरी को 82,688 वोट मिले हैं। जदयू की विजयलक्ष्मी देवी 29703 मतों से आगे चल रही हैं।
15.05 PM- सीवान में जदयू की विजयलक्ष्मी देवी ने शहाबुद्दीन की पत्नी और निर्दलीय उम्मीदवार हेना शहाब को 15427 वोटों से पीछे छोड़ दिया है। अबतक उन्हें 103171 वोट मिले हैं। आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी 53515 मतों के साथ तीसरे स्थान पर चले रहे हैं।
12.48 PM- सीवान लोकसभा सीट पर मो शहाबुद्दीन की पत्नी और निर्दलीय उम्मीदवार हेना शहाब से जेडीयू के विजय लक्ष्मी देवी 4563 वोट से आगे निकल गई हैं।आरजेडी के अवध बिहार चौधरी तीसरे स्थान पर हैं।
10.16 AM- सीवान में निर्दलीय हेना शहाब ने जेडीयू और आरजेडी पर बनाई बढ़त
जदयू ने यहां की सिटिंग एमपी कविता सिंह का टिकट काट दिया और कुशवाहा-ओबीसी समीकरण साधने के लिए रमेश कुशवाहा को ऑफर किया गया। उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतार दिया। विजय लक्ष्मी देवी के खिलाफ इंडिया गठबंधन ने राजद के अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है। अवध बिहारी चौधरी पार्टी के पुराने और लालू के विश्वास पात्र नेता हैं। राजद सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे और 2022 में मगठबंधन की सरकार बनी तो उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया। अवध बिहारी चौधरी पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
इधर चार बार के सांसद और दो बार विधायक रहे मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर मैदान में हैं। वह तीसरी बार चुनाव लड़ रही हैं। 2014 और 2019 में उन्हें राजद ने अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन सीट नहीं निकाल पाईं। इसलिए 2024 में टिकट नहीं दिया गया तो निर्दलीय मैदान में उतर गईं। उनकी मौजूदगी से सीवान का मुकाबला बहुत दिलचस्प हो गया है।
सीवान लोकसभा क्षेत्र 1957 में अस्तित्व में आया। 1977 तक यहां कांग्रेस का बोलबाला रहा। 77 में जनता पार्टी के मृत्युंजय प्रसाद जीते। अब्दुल गफूर, वृषिण पटेल और शहाबुद्दीन जैसे दिग्गज यहां के एमपी रहे। 1996 से 2004 के चुनाव तक शहाबुद्दीन का एक छत्र राज रहा।
सीवान लोकसभा में कुल मिलाकर 6 विधानसभा सीटें हैं। इनमें सीवान, जिरादेई, दरौली, रघुनाथपुर, दरौंधा और बरहरिया शामिल हैं। सीवान में एक विधायक बीजेपी का है। जदयू का एक भी विधायक नहीं है। राजद के तीन और CPI ML के दो विधायक हैं।
