औरंगाबाद में सोन नदी के टीले पर फंसे 5 लोगों और 600 भेड़ों का सफल रेस्क्यू कर लिया गया है। दरअसल भेड़ चराने पांच लोग काली घाट की ओर निकले थे। वहीं पर आश्रय बनाकर रुके हुए थे। इसी दौरान रात में अचानक बहाव तेज हो गया। और सभी लोग फंस गए।

औरंगाबाद के दाउदनगर में सोन नदी के टीले पर 600 भेड़ के साथ पांच लोग फंस गए थे। जिन्हें एसडीआरएफ की मदद से बाहर निकल लिया गया। बाहर निकाले गए लोगों में दाउदनगर शहर के गडेरी मोहल्ला निवासी मुरारी भगत, सत्यनारायण भगत, शिवबचन भगत, विद्या भगत और विनेश्वर भगत के नाम शामिल है। जानकारी के अनुसार तीन दिन पहले काली घाट की ओर भेड़ लेकर निकले थे। साथ में खाने-पीने का सामान भी ले गए थे। नदी के टीले पर अपना आश्रय बनाकर भेड़ चरा रहे थे।
लेकिन इसी बीच नदी का जलस्तर बढ़ने लगा और सभी लोग टीले पर ही फंस गए। इसकी सूचना मोबाइल के जरिए इन्होंने ग्रामीणों को दी। ग्रामीणों ने प्रशासन को इसकी जानकारी दी। दाउदनगर सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार समेत अंचल के कर्मी मौके पर पहुंचे। एचडीआरएफ टीम को बुलाया गया और उनकी सहायता से इन्हें बाहर निकाला गया।
नदी का जलस्तर इतनी तेजी से बढ़ा कि भेड़ पालकों को टीले से निकलने का मौका ही नहीं मिला। जिसके चलते सोन नदी के बीचों-बीच फंस गए। आपको बता दें बिहार के पड़ोसी राज्यों और नेपाल हो रही बारिश से राज्य की नदियां उफान पर हैं। गंगा, घाघरा, बागमती जैसी नदियां कई जिलों में लाल निशान के ऊपर बह रही हैं। प्रशासन ने भी कई जिलों में अलर्ट जारी किया है। और उफानी नदियों से दूर रहने की हिदायत की है।
