यूपी को एक और वंदेभारत की सौगात मिलने वाली है। इस वंदेभारत के चलने से न सिर्फ यूपी बल्कि बिहार को भी फायदा होगा। यह वंदेभारत ट्रेन वाराणसी से कोलकाता के हावड़ा स्टेशन के बीच चलाने की तैयारी है। इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन के आठ कोचों का रैक वाराणसी के कैंट स्टेशन पहुंच गया है। कोच के पहुंचते ही इसे देखने के लिए प्लेटफार्म संख्या 4 पर यात्रियों की भीड़ लग गई। तकरीबन 45 मिनट ठहराव के बाद ट्रेन को पुरानी वाशिंग लाइन के पास गूलर यार्ड में भेजा गया। आरपीएफ जवानों को उसकी सुरक्षा में लगाया गया है। इस वंदेभारत के चलने से वाराणसी को पांचवी ट्रेन मिल जाएगी।
अभी वाराणसी जंक्शन (कैंट) से नई दिल्ली के लिए दो और रांची के लिए एक वंदेभारत एक्सप्रेस चल रही हैं। इसके अलावा पटना से गोमतीनगर (लखनऊ) जाने वाली वंदेभारत भी वाराणसी से गुजरती है। अब एक और वंदेभारत के वाराणसी से हावड़ा तक चलने की सम्भावना जताई जा रही है। हालांकि अभी रेल मंत्रालय से इस बाबत नोटिफिकेशन (ट्रेन नम्बर, समय) नहीं जारी हुआ है। स्टेशन डायरेक्टर गौरव दीक्षित ने बताया कि वंदेभारत के रैक को गूलर यार्ड में खड़ा करा दिया गया है। इस ट्रेन के परिचालन के सम्बंध में अभी कोई अधिकृत सूचना नहीं मिली है।
वाराणसी से ही देश की पहली वंदेभारत ट्रेन की शुरुआत हुई थी। काफी समय तक वाराणसी से केवल एक वंदेभारत दिल्ली के लिए चलाई जाती रही। यह ट्रेन दोपहर तीन बजे वाराणसी से रवाना होकर रात 11 बजे दिल्ली पहुंचती थी। वहां से सुबह छह बजे चलकर दोपहर दो बजे वाराणसी पहुंचती थी। ऐसे में वाराणसी से सुबह दिल्ली जाने वालों को परेशानी होती थी। इसे देखते हुए वाराणसी से सुबह के लिए भी एक वंदेभारत ट्रेन की शुरुआत हो गई। यह ट्रेन वाराणसी के अलावा प्रयागराज और कानपुर में रुकती है।
बनारस से पूर्वोत्तर के लिए चलाई जाए ट्रेन
वाराणसी। बनारस स्टेशन पर सोमवार सुबह सलाहकार समिति की बैठक हुई। बैठक में समिति की सदस्य मनुलता शर्मा, ताहा खान, रामदुलार सिंह मौजूद थे। उन्होंने प्लेटफार्म संख्या एक से सात तक सीसी टीवी कैमरा यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से आवश्यक बताया। भुल्लनपुर हाल्ट पर रात में रुकने वाली गाड़ियों का स्टॉपेज बनारस स्टेशन करने पर भी चर्चा हुई। पूर्वोत्तर के लिए कोई गाड़ी नहीं है, अत बनारस स्टेशन से गुवाहाटी के लिए एक नई गाड़ी चलाना जरूरी है। बैठक में स्टेशन निदेशक लवलेश कुमार राय, एसएस विवेक सिंह, आरपीएफ इंस्पेक्टर परमेश्वर कुमार, डिवीजनल वाणिज्य अधीक्षक संजीत कुमार आदि रहे।
प्लेटफार्म-5 के शेड खोले गए, वाटर बूथ शिफ्ट
वाराणसी। कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 5 पर सोमवार को शेड खोल दिए गए। वाटर बूथ समेत अन्य यूटिलिटी शिफ्ट की गई। एडीआरएम लालजी चौधरी और स्टेशन डायरेक्टर गौरव दीक्षित ने कार्यों का जायजा लिया। स्टेशन के यार्ड रीमॉडलिंग को विस्तार देते हुए प्लेटफार्म नम्बर 5 की चौड़ाई लगभग तीन मीटर कम करके नई पटरी बिछाई जाएगी। इसके बाद पुरानी लाइन से सिर्फ मालगाड़ियों का परिचालन होगा। इसके लिए एक अगस्त से 25 अक्तूबर (86 दिन) तक ट्रैफिक ब्लॉक लिया गया है।
