भागलपुर के सबौर प्रखंड का लगभग पूरा मसाडू गांव गंगा कटाव की जद में है। मंगलवार को आंखों के सामने दो मंजिला मकान गंगा नदी में समा गया। दअसल बाढ़ का पानी गांव से लेकर शहर तक घुस गया है। जिसके चलते स्कूल, कॉलेज और हाइवे तक जलमग्न हैं
भागलपुर में गंगा की रफ्तार तो थम गई। अब पानी स्थिर हो गया है। लेकिन लोगों की परेशानी कम नहीं हुई है। सबौर प्रखंड का लगभग पूरा मसाडू गांव गंगा कटाव की जद में है। रोज दो चार घर गंगा नदी में समा रहे हैं। मंगलवार को भी एक दो मंजिला बड़ा मकान गंगा में समा गया। खिलौने की तरह गंगा में धराशायी हो गया। लोग रोजाना इस तरह की घटनाएं देख रहे हैं। जब उनकी आंखों के सामने ही मकान जलसमाधि ले रहे हैं। अपना आशियाना डूबता देख बस सिसकियां ही भरते हैं। मेहनत की कमाई के बाद मुश्किल से लोग पक्का मकान बनाते हैं। लेकिन बाढ़ चंद सेकेंडों में जिंदगीभर की कमाई बहा ले गई। भागलपुर जिले में बाढ़ का पानी गांवों से लेकर शहर तक पहुंच गया है। स्कूल-कॉलेज, हाइवे तक जलमग्न हैं।
एनएच-80 पर भी आवागमन बंद है और सुल्तानगंज-जमालपुर रेलखंड पर मंगलवार को भी 25 ट्रेनें रद्द कर दी गईं, जबकि 22 का रूट बदला है। आयोग ने भागलपुर में गंगा का पानी 10 सेमी उतरने का पूर्वानुमान किया है। सोमवार को 24 घंटे में मात्र दो सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। भागलपुर में गंगा का जलस्तर रिकॉर्ड 34.86 मीटर से 20 सेमी नीचे 34.66 मीटर पर स्थिर है। यहां गंगा लाल निशान से 98 सेमी ऊपर बह रही है। कहलगांव में गंगा दो सेमी बढ़ी है। यहां गंगा की प्रवृत्ति बढ़ने की है। यह रिकॉर्ड जलस्तर 32.87 मीटर से 30 सेमी नीचे 32.57 मीटर और लाल निशान से 1.48 मीटर ऊपर बह रही है।
डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि मंगलवार सुबह से जलस्तर में कमी दिखने लगेगी। एनएच-80 पर पानी अधिक चढ़ने से आवागमन पूरी तरह से बंद है। इधर, घोषपुर और भवनाथपुर के पास एनएच-80 पर पानी करीब डेढ़ से दो फीट बह रहा है। बाढ़ का पानी अब नए क्षेत्र में घुसने लगा है। सबौर के सरधो के निचले हिस्से और गोराडीह के मोहनपुर में पानी आ गया है। पीरपैंती के डाउन स्ट्रीम क्षेत्र में पानी फैलने लगा है। नवगछिया-सैदपुर पीडब्ल्यूडी रोड पर बहाव तेज है। यहां तीनटंगा मुख्य सड़क पर दुर्गा मंदिर के पास भंवरा में तेज बहाव से सड़क उखड़ने की आशंका है। पीरपैंती के धनपाल टोला चौक के पास पानी की तेज धार में एक युवक का शव बरामद किया गया।
