नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में बडे़ बदलाव किए गए हैं। पुरानी प्रदेश कमेटी को भंग करत हुई नई राज्य कमेटी का गठन हुआ है। जिसमें 115 पदाधिकारी बनाए गए हैं। साथ ही राजनीतिक सलाहकार समिति को तत्काल प्रभाव ने भंग कर दिया गया है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने नए पदाधिकारियों को बधाई दी है। जेडीयू की नई प्रदेश कमेटी में 10 उपाध्यक्ष, 49 प्रदेश महासचिव, 46 प्रदेश सचिव, 9 प्रवक्ता और एक कोषाध्यक्ष बनाये गये हैं
बीते साल मार्च 2023 में बनाई गई राज्य कमेटी में 251 पदाधिकारी थे। जिसे अब घटाकर 115 कर दिया गया है। जिसमें कई पदाधिकारियों की छुट्टी कर दी गई है। प्रदेश उपाध्यक्षों की नई सूची में एमएलसी रविंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, अजीत चौधरी, पूर्व सांसद महाबली सिंह, पूर्व एमएलसी हारूण रशीद, एमएलसी संजय सिंह, प्रमिला कुमार प्रजापति, अमर कुमार अग्रवाल, वैद्यनाथ सिंह विकल और कलाधर मंडल का नाम शामिल है। ललन सिंह सर्राफ को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
वहीं अब सिर्फ 49 महासचिव बनाये गये हैं। जिसमें राजद छोड़कर जेडीयू में आये पूर्व विधायक रणधीर सिंह को महासचिव बनाया गया है। वे बाहुबली पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र हैं। लोकसभा चुनाव में राजद से टिकट नहीं मिलने के बाद जेडीयू में शामिल हुए थे। इसके अलावा चंदन कुमार सिंह, वासुदेव कुशवाहा, रणविजय कुमार, परमहंस कुमार, रॉबिन सिंह समेत कई नाम शामिल हैं।

जेडीयी की नई प्रदेश कमेटी में 46 प्रदेश सचिव नियुक्त किए गए हैं। जिसमें उमेश ठाकुर, बिंद्रा चंद्रवंशी, संतोष सहनी, अरविंद कुमा ज्योति, श्याम कुमार राय, अर्जुन प्रसाद समेत कई लोगों को जगह दी गई है। पार्टी का पक्ष रखने के लिए 9 प्रदेश प्रवक्ता भी नियुक्त किए गए हैं जिसमें एमएलसी नीरज कुमार, निहोरा प्रसाद यादव, अंजुम आरा, हिमराज राम, अरविंद निषाद, भारती मेहता, परिमल कुमार, अनुप्रिया और मनीष कुमार शामिल हैं।
इससे पहले कल मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी पदाधिकारियों व मंत्रियों को ढाई दर्जन राज्यों का प्रभारी नियुक्त किया है। इनमें पांच पदाधिकारियों को एक से अधिक राज्यों की जम्मेदारी सौंपी गयी है। वहीं, पूर्व सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल को अतिपिछड़ा प्रकोष्ट का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है।
